प्रिय समाजवादियों, अगर 2022 विधानसभा चुनाव की लड़ाई सिर्फ एसी, ट्विटर/फेसबुक, फोटो वाला धरना, काला झंडा, लखनऊ और सिर्फ राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के सहारे लड़ी जाएगी तो सबकी उम्मीदों पर पानी फिरने में समय नही लगने वाला, अगर 2022 में समाजवादियों की सरकार बनानी है तो हर स्तर की मेहनत/तैयारी अभी से करनी पड़ेगी और यह मेहनत/तैयारी अपने नेता की नजर में नम्बर बढ़ाने के लिए नही प्रदेश में समाजवादी पार्टी का नम्बर बढ़ाने के लिए करनी पड़ेगी ताकि समाजवादी पार्टी की सरकार बन जाये, ज्ञात हो यह सिद्धांत सब पर लागू होता है वो चाहे एयर कंडीशन वाले नेता हों, सोशल मीडिया के नेता हों, झंडा दिखाने वाले नेता हों, फोटो लेने वाले नेता हों और चाहे लखनऊ का चक्कर लगाने वाले नेता हों अब इन सभी माननीय नेताओं को अब समय रहते कार्यकर्ता बन जाना चाहिए और लोगों के बीच जाकर समाजवादी पार्टी की सरकार में किये गए काम और पार्टी की नीतियों को हर जाति-धर्म के गरीब, बेरोजगार, नौजवान, महिला, बुजुर्ग, किसान, व्यापारी तक पहुँचाये अगर इतना करने में सफल रहें तो उत्तर प्रदेश की जनता खुद ब खुद समाजवादी पार्टी का झण्डा बुलन्द करने लगेगी। अगर ये काम अभी से नही हुआ तो बीजेपी के लोग "मंदिर, 370, पाकिस्तान, सीएए, एनआरसी, हिन्दू-मुस्लिम, जातिवाद, झूठ, आईटी सेल, मोदी और प्रयाप्त संख्या में अपने जातिगत नेताओं, कट्टरपंथियों नेताओं, विभिन्न मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों" के सहारे चुनाव जीतने में कामयाब हो जाएंगे।। नोट- योगी सरकार प्रदेश की बागडोर सम्भालने और हर मुद्दे पर पूरी तरह से विफल है। परन्तु डर इस बात का है कि कहीं लोकसभा चुनाव की तरह मजबूत विपक्ष न होने के कारण मजबूरी में मोदी और विधानसभा में योगी भी न हो जाये। फिलहाल- वर्तमान समय मे समाजवादी पार्टी के पास यादव को छोड़कर कोई वोट बैंक नही है। अगर समय रहते ईमानदारी से मेहनत किया जाए तो 351 सीटों का आंकड़ा भी छोटा पड़ जायेगा और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी। सारे शब्द निजी और पार्टी हित में! फिर भी जिन्हें मेरी बात बुरी लगी हो माफी चाहता हूं! "🙏जय श्री कृष्ण, 🙏🙏🙏 आपका अपना अजय यादव पूर्व प्रदेश सचिव समाजवादी पार्टी युवजन सभा 🙏🙏